पेश है जिंदगी और उसके अनुभव से जुडी कुछ शानदार शायरी जिनमें ना सिर्फ जिंदगी से जुडा अनुभव छुपा है बल्कि ये हमें जीवन के कटु सत्य से भी रूबरू कराती हैं। उम्मीद है आपको ये शायरी और उनमें छुपी सीख और अनुभव पसन्द आएंगे।
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जिंदगी एक गुरु है
✍
ये जिंदगी हमें बहुत कुछ सिखा देती है,
ठोंकरें देकर चलना सिखा देती है,
कोई गुरु ना भी मिले तो भी कुछ नही,
ये जिंदगी हमें माहिर बना देती है।।
✍
बे-मतलब हैं वो वादे जो निभाए ना जाए ✍
क्यूँ ना सात फेरों को कुछ कम किया जाए,
जितने निभाये जा सके उतने ही लिये जाएं।
जितने निभाये जा सके उतने ही लिये जाएं।
जिंदगी का हर पहलू देखा है✍
चैन से रहने का हमको यूं मशवरा मत दीजिये,
अब मज़ा देने लगी हैं ज़िंदगी की मुश्किले।
✍
उम्र छोटी है तो क्या, ज़िंदगी का हरेक मंज़र देखा है,
फरेबी मुस्कुराहटें देखी हैं, बगल में खंजर भी देखा है।
✍
फासले होते नहीं बनाये जाते हैं,
दूर रहकर भी रिश्ते निभाये जाते हैं,
दिखावे से जिंदगी नहीं चलती यारों ,
कुछ रिश्ते भरोसे से निभाये जाते हैं।
✍
हमारा अंदाज कुछ ऐसा है कि....
जब हम बोलते है तो बरस जाते है.....
और.....
जब हम चुप रहते है.....
तो लोग तरस जाते है....
✍
ये हुनर हादसों ने बख़्शा है
फ़ितरतन कोई चुप नहीं रहता।
✍
सुना हे तारीफो के पुल के नीचे,
मतलब की नदी बहती हे।
✍
हर कोई कहीं न कहीं एक कहानी लिखता हे।
कोई कागज़ों पे लिखता है कोई किसी की ज़िन्दगी में।
✍
मौत से क्या डर ये तो मिनटो का खेल है।
आफत तो जिन्दगी है जो बरसो चला करती है।
अब मज़ा देने लगी हैं ज़िंदगी की मुश्किले।
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उम्र छोटी है तो क्या, ज़िंदगी का हरेक मंज़र देखा है,
फरेबी मुस्कुराहटें देखी हैं, बगल में खंजर भी देखा है।
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फासले होते नहीं बनाये जाते हैं,
दूर रहकर भी रिश्ते निभाये जाते हैं,
दिखावे से जिंदगी नहीं चलती यारों ,
कुछ रिश्ते भरोसे से निभाये जाते हैं।
✍
हमारा अंदाज कुछ ऐसा है कि....
जब हम बोलते है तो बरस जाते है.....
और.....
जब हम चुप रहते है.....
तो लोग तरस जाते है....
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ये हुनर हादसों ने बख़्शा है
फ़ितरतन कोई चुप नहीं रहता।
✍
सुना हे तारीफो के पुल के नीचे,
मतलब की नदी बहती हे।
✍
हर कोई कहीं न कहीं एक कहानी लिखता हे।
कोई कागज़ों पे लिखता है कोई किसी की ज़िन्दगी में।
✍
मौत से क्या डर ये तो मिनटो का खेल है।
आफत तो जिन्दगी है जो बरसो चला करती है।
✍
छोडने वाले छोड़ जाते हैं
मुक़ाम कोई भी हो ...
निभाने वाले निभा जाते हैं
अंजाम कोई भी हों ...
✍
कभी-कभी हमें न चाहते हुए भी
लोगों से दूर जाना पड़ता है
ताकि ये पता चल सके
कि अपने सबसे नजदीक कौन है
जो हमें याद कर रहा है।
✍
ज़रूरी नहीं है कि हमेशा बुरे कर्मों की वजह से ही दर्द सहने को मिले।
कई बार हद से ज़्यादा अच्छे होने की भी क़ीमत चुकानी पड़ती है।
✍
जिन्दगी मुझे सम्भाल ले क्योंकि
अभी मैं नादान हूं,
किस तरह से पहचान लेते हैं लोग
चेहरे से,
अभी मैं उससे अंजान हूं।
छोडने वाले छोड़ जाते हैं
मुक़ाम कोई भी हो ...
निभाने वाले निभा जाते हैं
अंजाम कोई भी हों ...
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कभी-कभी हमें न चाहते हुए भी
लोगों से दूर जाना पड़ता है
ताकि ये पता चल सके
कि अपने सबसे नजदीक कौन है
जो हमें याद कर रहा है।
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ज़रूरी नहीं है कि हमेशा बुरे कर्मों की वजह से ही दर्द सहने को मिले।
कई बार हद से ज़्यादा अच्छे होने की भी क़ीमत चुकानी पड़ती है।
✍
जिन्दगी मुझे सम्भाल ले क्योंकि
अभी मैं नादान हूं,
किस तरह से पहचान लेते हैं लोग
चेहरे से,
अभी मैं उससे अंजान हूं।
✍ देखो ये भी कमाल हो गया,
चुप थे तो चल रही थी ज़िँदगी लाज़वाब,
ख़ामोशियाँ बोलने लगीं.. तो बवाल हो गया...!!!
✍
अजीब चलन है दुनिया का;
दीवारों में दरार आती है तो दीवारें गिर जाती हैं;
पर रिश्तों में दरार आये तो दीवारे बन जाती हैं !
✍
अक्सर रोज सपने देखते हैं लोग,
थोड़ी देर के लिए ही सही पर खुश होते हैं लोग,
बेशक सपने पल दो पल के लिए ही आते हैं,
पर इन पलों में जन्नत को जी लेते हैं लोग।
✍
न जाने कोन सी साजिशों के हम शिकार हो गए,
जितना दिल साफ़ रखा उतना “गुनहगार” हो गए।
✍
ये भी देखें -:
✍ लव शायरी