दर्द शायरी | heart touching status dard shayari 2021

दर्द शायरी | heart touching status dard shayari 2021


दर्द भरे हार्ट टचिंग स्टेटस 




दर्द शायरी । heart touching status dard shayari 2020

दर्द शायरी । heart touching status dard shayari 2020

दर्द शायरी । heart touching status dard shayari 2020

दर्द शायरी । heart touching status dard shayari 2020

दर्द शायरी । heart touching status dard shayari 2020

दर्द शायरी । heart touching status dard shayari 2020

दर्द शायरी । heart touching status dard shayari 2020


✍    हम भी तुम्हारी तरह ही आम इंसान हैं,
चोट लगने पर दर्द हमें भी होता है,
गलत बोलने पर बुरा हमें भी लगता है,
बस हम तेरी तरह बार-बार उसका ,
तेरे सामने जिक्र नहीं करते हैं........।

✍    हर शब्द में अर्थ होता है,
हर अर्थ में फर्क होता है,
सब कहते हैं कि हम हसंते बहुत हैं,
कौन जाने कि हंसने वालों के दिल में भी दर्द होता है।


✍    यूं बेवक्त,बेपहचान मेरी खुशहाल-सी जिंदगी में आना ही क्यों था,
और अगर बेवजह अपनी मर्जी से ही जाना था तो फिर हाथ मेरा थामा ही क्यों था।



मसला...
दिल का था..

और दिल ही
मसला💔 गया..




फेरे चाहे जिसके भी साथ हो
बांहों में महसूस वही होगा..
जो रुह में समाया होगा।



फिर नहीं बसते वो दिल में जो एक बार उड़ जाते हैं
क़ब्र को जितनी भी सज़ा लो कोई ज़िन्दा नहीं होता।



सुना है...  यहां शायर  बहुत हैं
कुछ हमें..भी सुनाओ हम घायल बहुत हैं




तुमने हमें पाया ही कब था जो खो दोगे,
तुम कोई बच्चा थोड़ी हो जो हम नहीं मिले तो रो दोगे !!



मेरा जमीर मुझसे हर रोज कहता है
मत देख अपने हाथों की लकीरों को,

वो तब भी तेरी नहीं थी जब उसका हाथ तेरे हाथ में था।




ऐसे माहौल में दवा क्या है दुआ क्या है,
जहां कातिल ही खुद पूछे कि हुआ क्या है।



मुझे उदास देख कर उसनेे कहा
मेरे होते हुए तुम्हें कोई दुःख नहीं दे सकता,
फिर ऐसा ही हुआ जिंदगी में जितने दुःख मिले सब उसी ने दिये।




शुक्र करो दर्द सहते हैं दर्द लिखते नहीं....!!
वरना कागज़ पे लफ्ज़ों के जनाज़े उठते...!!




वाकई पत्थर दिल ही होते हैं शायर,
वर्ना अपनी आह पर वाह सुनना कोई मज़ाक नहीं।




नहीं खोना है आपको,
इसलिये पाने की कोई ज़िद भी नहीं ।




तोड़के वादा यू मुस्कराया ना करो,
ज़ख्मी दिल को ओर ज़ख्म दिया ना करो।









महफ़िल तो रोज सजती है, उन पुराने ज़ख्मो की,
पर क्या करे जनाब,
लफ्ज़ नही निकलते... आंसू निलकते है,

ओर जमाना लफ्ज़ नही समझ पाता आंसू क्या समझेगा।



निगाहों 👀 से भी चोट लगती है साहब...
जब कोई देख कर भी अनदेखा कर दे...!


✍    ज़िन्दगी एक है सफर का सिलसिला,
कोई मिल गया तो कोई बिछड़ गया,
जिन्हे माँगा था दिन-रात दुआओं मे,
वो बिना मांगे किसी और को मिल
गया।

Shree Gangasagar

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम है सत्येंद्र सिंह founder of ShreeGangasagar.com

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने