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- अब भी तड़प रहा है तू उसकी याद में,
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जनाजा मेरा उठ रहा था;
फिर भी तकलीफ थी उसे आने में;
बेवफा घर में बैठी पूछ रही थी;
और कितनी देर है दफनाने में!
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भरी महफ़िल में किया उसने ज़िक्र अपनी वफ़ा का..
कमबख्त ने बात ही पलट दी मुझे देखकर ..
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हंसीन जितना चेहरा होता है,
उसपे प्यार का रंग गहरा होता है,
अगर उसे ना संभाल पाए यारों
तो फिर बेवफाई का खतरा होता है।
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कहते हैं लोग....
प्यार, मोहब्बत, इश्क
और जंग में सब जायज है,
फिर न जाने उसने क्या
समझ लिया इसे
जो बेवफाई कर दी हमसे।
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ना वो बेवफा है और ना ही वो वफा करते है,
पता है मुझे उसकी वजह फिर भी हम उनसे प्यार करते है।
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हमने तो कभी सोचा ही नहीं था कि,
जो मैं कर रहा हूं वो कोई और करेगा,
कल तक मैं तुझपे मरता था तो कल कोई और मरेगा।
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बिछड़ के हम से फिर किसी के भी न हो सकोगे,
तुम मिलोगे सब से मगर हमारी ही तलाश में।
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सुना है वो कह कर गये है के अब तो हम,
तुम्हारे सिर्फ़ ख्वाबो में आएँगे,
कोई कह दे उनसे कि वो वादा कर ले हमसे,
ज़िंदगी भर के लिए हम सो जाएँगे..
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लव शायरी