अगर आप कहना चाहते हैं अपने दिल की बात और डरते हैं कि कही वो नाराज न हो तो हिंदी शायरी के जरिए कर दीजिए अपनी मोहब्बत का इजहार।
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एक कली को गुलाब देना है
एक कली को गुलाब देना है
मलिका ए हुस्न का खिताब देना है
ना जाने वो मुझे आपनायेंगी या नही
दिल के सवालों का जबाब देना है।।
Ek kali ko gulab dena hai
Malika-a-husn ka khitab dena hai
Na jane wo mujhe apna banayegi ya nhi
Dil ke sawalon ka jabab dena hai
खिलते गुलाब सी वो
खिलते गुलाब सी वो मैं भबरे सा मडरता हूँ
नजर भर उसको देखकर दिल को बहलाता हू
प्यार का समुंदर भारा है मेरे दिल में लेकिन
दिल की कश्ती डूबने के डर से घबराता हूँ।।
Khilte gulab si wo mai bhabre sa madrata hu
Nazar bhar dekh kr usko dil ko bahlata hu
Pyaar ka samundar bhara hai dil me lekin
Kashti dil ki doobne se ghawrata hu
किसके दिल में प्यार नहीं होता
किसके दिल में प्यार नहीं होता
कोई कह देता है किसी से इजहार नही होता
आपकी चाहत है मेरे दिल को भी
वरना दिल इतना बेकरार नहीं होता
Kiske dil me pyaar nhi hota
Koi kah deta hai kisi se ijhar nhi hota
Aapki chahat hai mere dil ko bhi
Warna dil itna bekraar nhi hota