इश्क़ में हद से गुजर सको तो कहो :
दिल की बात दिल में ही रहने दो
इश्क़ में हद से गुजर सको तो कहो
दर्द होगा और दवा भी ना होगी
चोट दिल पर सह सको तो कहो
राह आसां नही है मुहब्बत की
सितम अपनो के सह सको तो कहो
खुशी के मौके कम ही आयेंगे
गम में भी खुश रह सको तो कहो
दिल की बात जुबां तक ना आ पायेगी
बात नजरों से कह सको तो कहो
अंधेरे में साथ छोड़ देती है परछाई
मेरी रूह के साथ रह सको तो कहो।।
Dil ki baat dil me hi rahne do
Ishq me had se gujar sako to kaho
Dard hoga or dva bhi na hogi
chot dil pe sah sako to kaho
Raah aasan nhi mohabbat ki
Sitam apno ke sah sako to kaho
Khusi ke mauke kam hi aayenge
gam me v khush rah sako to kaho
Dil ki baat juban tak aa na payegi
Baat nazaro se kah sako to kaho
Adhere me sath chod deti hai parchayi
Meri rooh ke sath rah sako to kaho