तो आखिरकार अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्ज़ा हो ही गया। अब तो सब की नज़र बस इस पर रहेगी की तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में चल क्या रहा है? सोशल मिडिया पर वहाँ के बहुत से वीडियो और फोटो आये हुए हैं।
Scene of Afghanistan |
वैसे हम भारतवासियों नें अभी कुछ दिन पहले ही अपनी आजादी का जश्न मनाया है। अगर हमें आज़ादी की कीमत क्या होती है ये जानना है तो भी अफगानिस्तान के लोगों की छिनती हुई आजादी को देखना चाहिए। आजादी छीने जाने की शुरुआत कैसे होती है तालिबानी-अफगानिस्तान को देख कर पता लग जायेगा।
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तो आइये जानते हैं की तालिबानी -अफगानिस्तान में अभी क्या चल रहा हैं :
लोग डर के भाग रहे हैं
लोगों में इतना डर, इतना खौफ है की लोग अफगानिस्तान में रुकना नही चाहते। काबूल के एयरपोर्ट पर लोगों का सैलाब आ गया। लोग कैसे भी कर के अफगानिस्तान से निकलना चाह रहे हैं। इसके लिए लोग गोलियों के बीच से एयरपोर्ट की तरफ भाग रहे हैं।
I have found some heart wrenching videos from #अफगानिस्तान #Afghanistan#तालिबान #Afganistan #Taliban #TalibanIslamistTerrorBack pic.twitter.com/wYrottTQlk
— TusharVijh (@TusharVijh) August 16, 2021
अमेरिका के मिलिट्री जहाज में जबरदस्ती भरे लोगों की तस्वीर तो आप लोगों नें देखी ही होगी। कुछ लोग तो जहाज के पहिए को पकड़ कर भी जाने की कोशिश कर रहे थे। दो लोगों को आसमान से टपकते हुए आपने एक वीडियो में देखा ही होगा।
These images are disheartening, painful and devastating, no body care about #Afghanistan, they are also human beings.#TalibanIslamistTerrorBack#अफ़ग़ानिस्तान #JoeBiden #RashidKhan #Taliban #Afganistan #AfghanTaliban pic.twitter.com/4PXp5EGlqL
— TusharVijh (@TusharVijh) August 16, 2021
सबसे बड़ी कीमत महिलाएं चुकाती हैं
अफगानिस्तान के कब्जे की सबसे बड़ी कीमत महिलाओ को ही चुकानी है। किसी और की आज़ादी भले ही ना जाए लेकिन वहाँ की महिलाए तो गुलाम बन चुकी हैं। उनके रहन सहन और पहनावे में बदलाव आए गया हैं। महिलाओ को केवल भोग की वस्तु समझा जाता है। खाना बनाओ, बच्चे पैदा करो और मर्दो की शारीरिक जरुरत को पूरा करो बस यही एक महिला का बजूद हैं तालिबानियों के लिए।
अगर किसी ने महिलाओ पर अत्याचार की तस्वीरें नही देखी हो तो इस वीडियो को देख लें। क्या महिलाओं को जीने का कोई हक़ नहीं?
This video is deeply depressing & truly horrifying. I wish the Taliban those Human Scum did not exist. #PrayersForAfghanistan #AfganistanBurning #AfganistanWomen #Afganistan #AfghanistanBurning #AfghanistanCrisis #अफ़ग़ानिस्तान #AfghanistanCrisis pic.twitter.com/DUyl7sSWwp
— sunny bishnoi (@SunnyJa12592852) August 17, 2021
महिलाएं ना नौकरी कर सकती हैं, ना गाना गा सकती हैं, ना नाच सकती हैं, ना सिनेमा देख सकती हैं और यहां तक की गाना भी नही सुन सकती हैं। बस बुर्के में लिपटे हुए गुलामी करते रहना ही इनका नसीब हैं।
सुनसान सड़कें
अफगानिस्तान की सड़कें सुनसान है क्योंकि लोगों में इतनी दहशत है कि बाहर निकलने की हिम्मत नहीं हो रही है।
A very empty chicken street in Kabul, Afghanistan. A few store owners tell me they are afraid to reopen unless they get an approval from the Taliban. pic.twitter.com/9JNkWB4uUR
— Marcus Yam 文火 (@yamphoto) August 16, 2021
महिलाओ के पोस्टर नहीं दिखेंगे
लोगों नें डर के मारे अपनी दुकानों और घर के सामने से महिलाओ के पोस्टर और तस्वीरें हटाना शुरू कर दिया है क्योंकि अगर वो रहेंगे तो मालिक तालिबानियों के हत्थे चढ़ जायेगा। मतलब साफ है कि महिलाओं के साथ जानवरों जैसा बर्ताव ही किया जाना है।
After the Taliban entered Kabul, business owners took down pictures of women from beauty salons, tailor shops and plastic surgery centres for fear of being punished by the militants. Some TV channels replaced soap operas with Islamic shows https://t.co/UY8l8QW4ss pic.twitter.com/Ho3ICnmI0W
— Financial Times (@FinancialTimes) August 16, 2021
बच्चों की हालत दर्दनाक
कुछ लोग तो अपने बीबी बच्चों को भी छोड़ कर अफगानिस्तान से भागने की कोशिश कर रहे हैं और कुछ बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने अपने परिवार वालों को खो दिया है।
My heart poured into tears seeing the conditions of the people of Afghanistan fighting for survival. I am feeling for everyone, especially about the women and children.
— પંક્તિ ની પંક્તિઓ (@solgama_pankti) August 17, 2021
Somebody, please help them, Pray for them. #अफ़ग़ानिस्तान pic.twitter.com/VWzyRNLVvz
अमेरिका क्या कर रहा है?
अमेरिका नें अपने लोगों और जवानों को अफगानिस्तान से वापस लाने का काम तेज कर दिया है। अमेरिका राष्ट्रपति जो बाईडन नें कहा हैं की उसके लोगों और सैनिकों नें अफगानिस्तान के लिए बहुत त्याग किया है। अब वो इस युद्ध को यही ख़तम कर रहा हैं और अपने लोगों और सैनिकों को वापस बुला रहा है। ट्वीट करके अमिरीकी राष्ट्रपति नें ये भी कहा कि अफगानिस्तान की इस हालत की जिम्मेदार वहाँ की सरकार है और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति लड़ने की बजाय वहाँ से भाग निकले।
भारत में बहस
भारत भी अपने लोगों को अफगानिस्तान से सही सलामत वापस लाने का काम बहुत पहले से ही कर रहा है।
इसी बीच भारत में कुछ सवालों को लेकर बहस छिड़ गई है। इन सवालों में दो प्रमुख सवाल हैं :
- क्या भारत को अफगानिस्तान के शरणर्थियों को शरण देनी चाहिए?
- भारत अफगानिस्तान को तालिबान से बचाने के लिए अमेरिका की तरह सैनिक क्यों नहीं भेजे ?