क्या आप भी जानना चाहते हैं कि शेयर मार्केट में करियर कैसे बनाएं? शेयर बाजार में करियर कई रूपों में बनाया जा सकता है। शेयर बाजार के कुछ करियर विकल्पों की चर्चा हम यहां पर कर रहे हैं।
{tocify} $title={मुख्य करियर विकल्प}
ब्रोकर या सब ब्रोकर के रुप में
जैसे एक दुकानदार किसी फैक्ट्री द्वारा बनाए गए उत्पाद को ग्राहकों को बेचता है जिसमें उसे थोड़ा मार्जिन या लाभ मिलता है वैसे ही ब्रोकर स्टॉक्स को खरीदने और बेचने में ग्राहकों की मदद करता है और उसका कुछ चार्ज लेता है।
ब्रोकर बनने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड यानि Security Exchange Board of India (SEBI) में खुद को पंजीकृत कराना होता है। इसके लिए आपको SEBI से संपर्क करना पड़ेगा।
कुछ ब्रोकर अपनी आय और पहुंच बढाने के के लिए अपने लिए सब-ब्रोकर नियुक्त कर लेते हैं। आप इन ब्रोकर से मिलकर सब-ब्रोकर बन सकते हैं। इसके लिए संबंधित ब्रोकर से संपर्क करना होगा। सब-ब्रोकर बनने से आपको आय के साथ साथ बहुत कुछ सीखने को भी मिल सकता है जो आपके करियर के उन्नयन में सहायक होगा।
एक फंडामेंटल एनालिसिस्ट के रूप में
आप स्टॉक्स का फंडामेंटल रिसर्च करने में महारत हासिल करके उसको अपना करियर बना सकते हैं।
फंडामेंटल एनालिसिस में आपको स्टॉक की बैलेंस शीट का अध्ययन करना होता है। इसमें आप कम्पनी की साल दर साल (YOY) और क्वॉर्टर ऑन क्वॉर्टर परफॉर्मेंस का अध्ययन करके उसके आगे की ग्रोथ का अंदाजा लगाते हो।
इसमें बहुत सारी वैल्यूज को समझना होता है जैसे कम्पनी की टोटल सेल्स कितनी है, उसका प्रॉफिट कितना है, उसका debt to equity ratio क्या है, कैश फ्लो कैसा है प्रॉफिट मार्जिन क्या है, उसकी बुक वैल्यू कितनी है आदि बहुत से पहलुओं को समझ कर उसमें निवेश के अवसर को देखना होता है।
एक टेक्निकल एनालिस्ट के रूप में
फंडामेंटल रिसर्च की तरह आप टेक्निकल रिसर्च करके भी स्टॉक मार्केट में अपना करियर शुरू कर सकते हो। इसमें आपको स्टॉक्स के चार्ट को देख कर उसका अध्ययन करना होता है। अलग अलग तरह के चार्ट जैसे कैंडल स्टिक चार्ट, बार चार्ट, लाइन चार्ट आदि के द्वारा स्टॉक का अध्ययन किया जाता है। इसमें कई तरह के इंडिकेटर्स का प्रयोग करके स्टॉक का सपोर्ट, रजिस्टेंस और कई तरह के अनुमान लगाए जाते हैं।
निवेशक के रूप में
शेयर बाजार में आप एक निवेशक बनकर भी पैसे कमा सकते हैं और अपना करियर बना सकते हैं।
अगर आप अच्छी तरह से सीख कर शेयर बाजार में निवेश करते हैं और प्रॉफिटेबल रहना सीख जाते हैं तो उसके बाद आप फंड इकट्ठा करके या कुछ लोगों के साथ पार्टनरशिप करके पैसे को शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं और लाभ कमा सकते हैं। धीरे धीरे आप इसको और आगे ले जाकर एक फर्म में बदल सकते हैं जो लोगों से पैसे लेकर शेयर बाजार में निवेश कराए। यहां आपको बताना चाहूंगा कि जितने भी सफल निवेशक हैं जैसे - बारेन बफेट या राकेश झुंझुनूवाला आदि सबने ऐसे ही अपने सफलता के शिखर को छुआ है।
एक ट्रेडर के रूप में
आप चाहे तो शेयर मार्केट में एक ट्रेडर के रूप में अपना करियर बना सकते हैं।
एक निवेशक और ट्रेडर में फर्क ये होता है कि निवेशक लंबे समय तक अपने पैसों को निवेश करके रखता है और उनको कंपाउंड होने देता है जबकि एक ट्रेडर थोड़े थोड़े समय के लिए पैसों को बाजार में लगता है और निकालता है।
इस तरह एक ट्रेडर मार्केट के रुझान के हिसाब से अलग अलग तरीके से प्रॉफिट निकालता है। इसमें इंट्राडे ट्रेडिंग, ऑप्शन और फ्यूचर ट्रेडिंग आदि अलग अलग तरीके अपनाए जाते हैं।
मेरी सलाह यही है कि इन सब के लिए पहले अपने शेयर बाजार के ज्ञान और समझ को अच्छे से विकसित कर लेना चाहिए नही तो इसमें जोखिम बहुत ज्यादा है।
Asset मैनेजर के रूप में
अगर आपको अकाउंटिंग अच्छे से आती और शेयर बाजार का भी अच्छा ज्ञान हो जाता है तो आप किसी व्यक्ति, समूह या फर्म के लिए एसेट मैनेजमेंट कर सकते हैं।
एक एसेट मैनेजर के रूप में आपको उस व्यक्ति या फर्म के पैसों को अलग अलग मार्केट इंट्रूमेंट जैसे - शेयर, म्युचुअल फंड, REET, रियल एस्टेट, बॉन्ड आदि में इस तरह से निवेश करना होता है कि कम जोखिम के साथ अधिक लाभ हो सके।
स्टॉक एडवाइजर के रूप में
अगर आप शेयर बाजार का सम्पूर्ण ज्ञान और अच्छी समझ विकसित कर लेते हैं तो आप लोगों को स्टॉक सजेस्ट कर के या निवेश की टिप्स देकर भी अपना करियर बना सकते हैं। इसमें आपको कमीशन या कोई फीस मिल सकती है और अगर आप सटीक टिप्स देने में माहिर हो जाते हैं तो आपके ग्राहक बढ़ते जाएंगे।
स्टॉक मार्केट गुरू के रूप में
जैसा कि ऊपर बताया अगर आपको शेयर बाजार की अच्छी जानकारी हो जाती है तो आप लोगों को सिखाना या प्रशिक्षित करना शुरू कर सकते हैं और एक शेयर मार्केट गुरू के रूप में अपना करियर बना सकते हैं।
आप चाहें तो अपने कोर्स भी तैयार कर सकते हैं और उन्हे ऑनलाइन या ऑफ लाइन सेल कर सकते हैं।
आप अपने कोर्सेज को मॉड्यूलर फॉर्म में बना कर अलग अलग मॉड्यूल के लिए अलग अलग चार्ज या फीस तय कर सकते हैं जिससे लोग अपनी जरूरत के हिसाब से उनको ले सकता है और उस पर ज्यादा चार्जेस का भार भी नही आयेगा। इससे आपके कोर्सेज के बिक्री भी ज्यादा होगी।
आखिर में बस इतना ही कहना चाहूंगा कि चाहे आपको किसी भी रूप में अपना करियर बनाना हो, पहले खुद अच्छे से सीखना पड़ेगा। इस क्षेत्र की अधूरी जानकारी के साथ इसमें काम करना बहुत नुकसानदायक हो सकता है।
शेयर बाजार को सीखने के लिए बहुत से ऑनलाइन और ऑफ लाइन साधन उपलब्ध हैं। पहले अच्छे से सीखिए, फिर थोड़े से पैसों के साथ प्रैक्टिस कीजिए और जब महारत हासिल हो जाए तो इसको अपना कैरियर बना लीजिए।
अगर मेरे लिए कुछ सुझाव या आपका कोई और प्रश्न हो तो कमेंट करके मुझे बता सकते हैं। धन्यवाद...